Lyrics
Verse 1: महादेव की ज्योति, सब जग में फैली
संसार का हर कोना, शिव नाम से मैली
तांडव में जो नाचे, सृष्टि को थामे
शिव की महिमा, हर दिल में बसी है।
Chorus (Hook):
शिव, शिव, भोलेनाथ की जय हो
कंठ में बसा, विष का साया
फिर भी हर दिल में अमृत समाया
शिव, शिव, भोलेनाथ की जय हो।
Verse 2:
कैलाश पर्वत पर, बैल की सवारी
त्रिशूलधारी, सृष्टि के कर्ता
जटा में गंगा, चंद्रमा की शोभा
शिव ही हैं सबके दुखों के मोचन।
Chorus (Hook):
शिव, शिव, भोलेनाथ की जय हो
कंठ में बसा, विष का साया
फिर भी हर दिल में अमृत समाया
शिव, शिव, भोलेनाथ की जय हो।
Verse 3:
भोले का नाम लो, संकट कटे सारे
महाकाल की शरण में, भक्त सुखी सारे
डमरू की ध्वनि से, जागे हर प्राणी
शिव की भक्ति में छिपा है हर राज़।
Chorus (Hook):
शिव, शिव, भोलेनाथ की जय हो
कंठ में बसा, विष का साया
फिर भी हर दिल में अमृत समाया
शिव, शिव, भोलेनाथ की जय हो।
Outro:
नंदी की गूंज, गुफाओं में गूंजे
शिव का ये जयकारा, सारा जग सुन ले
हर हर महादेव, हर हर महादेव
महादेव का नाम, सदा ही अजर-अमर!