Karm ka sandesh
shankh flute gentle drums a veena tabla flute rising orchestral swell meditative shankh soft wind sounds fusionLyrics
**गीत: कर्म का संदेश**
*(Intro)*
*(Soft instrumental – shankh sound, serene flute, and strings for 1 minute)*
शंखनाद हुआ है, युद्ध की पुकार,
धर्म की विजय हो, हो अंत अंधकार।
गीता का ये ज्ञान है, जीवन का सार,
संघर्ष ही पूजा है, कर्म का उपहार।
*(Verse 1)*
अर्जुन तू न रुक, न विचलित हो,
तेरे ही हाथों में ये संसार है खो।
कृष्ण की वाणी, हर स्वर में बसी है,
ज्ञान का दीपक, हर दिल में जगी है।
कर्म से भागे, वही खो देगा राह,
जो चले सच्चाई पर, वही पाएगा चाह।
*(Chorus – 2x)*
कर्म कर, फल की इच्छा ना कर,
सब कुछ प्रभु का है, तू मोह को त्याग कर।
जीवन रणभूमि है, लड़ अपना युद्ध,
निश्छल मन से कर, जीत होगी शुद्ध।
*(Bridge – Instrumental – 45 seconds, gentle drums and veena)*
*(Refrain)*
गीता का संदेश, अंतर्मन में गूंजे,
तू है अजेय योद्धा, ये जीवन का रूप है।
ज्ञान से शुद्ध हो, साहस से पूरित हो,
जो समझे सत्य को, वही महान हो।
*(Verse 2)*
अर्जुन सुन, आत्मा है अजर-अमर,
शरीर नाशवान है, जीवन है सफर।
सुख-दुःख के बंधन, मन को मत बांध,
समता की राह पर चल, यही सच्ची साध।
कृष्ण कहें, ये जग केवल माया है,
मोह को त्याग, तू बना एक छाया है।
*(Chorus – 2x)*
कर्म कर, फल की इच्छा ना कर,
सब कुछ प्रभु का है, तू मोह को त्याग कर।
जीवन रणभूमि है, लड़ अपना युद्ध,
निश्छल मन से कर, जीत होगी शुद्ध।
*(Instrumental Interlude – 1.5 minutes)*
*(Soft tabla and flute, interspersed with chanting “Om Vasudevaya Namah”)*
*(Verse 3)*
कृष्ण ने कहा, देख अपना कर्मपथ,
न सच्चा योद्धा डरता है कभी मृत्यु से।
जो आत्मज्ञान से मुक्त है मोह से,
वो ही पा सकेगा सत्य का अमर रस।
समता से जीवन जीना, सच्चा योग है,
जो जीवन का सार समझे, वही भोग है।
*(Chorus – 2x)*
कर्म कर, फल की इच्छा ना कर,
सब कुछ प्रभु का है, तू मोह को त्याग कर।
जीवन रणभूमि है, लड़ अपना युद्ध,
निश्छल मन से कर, जीत होगी शुद्ध।
*(Bridge – Instrumental – 1 minute, veena with a rising orchestral swell)*
*(Refrain)*
गीता का संदेश, अंतर्मन में गूंजे,
तू है अजेय योद्धा, ये जीवन का रूप है।
ज्ञान से शुद्ध हो, साहस से पूरित हो,
जो समझे सत्य को, वही महान हो।
*(Verse 4)*
न कर्मों से बंध, न सांसारिक माया से,
ज्ञान ही सबसे बड़ा प्रकाश है।
कर्म की आग में तप, वो मोक्ष देगा,
जीवन का सत्य है, जो तू समझेगा।
जो है सच्चा, वही बनेगा महान,
साहस और धर्म ही सच्चा प्रमाण।
*(Chorus – 2x)*
कर्म कर, फल की इच्छा ना कर,
सब कुछ प्रभु का है, तू मोह को त्याग कर।
जीवन रणभूमि है, लड़ अपना युद्ध,
निश्छल मन से कर, जीत होगी शुद्ध।
*(Outro)*
गीता की गूंज, हर दिल में हो जीवंत,
धर्म का पथ है, संघर्ष का अंत।
आओ सब मिल, गाएँ हम एक स्वर,
गीता का ज्ञान हो, हर आत्मा में भर।
*(Ending – Instrumental – 1 minute, meditative shankh, soft wind sounds, fade-out)*